History of computer in hindi || कंप्यूटर का इतिहास

History of the computer in Hindi (कंप्यूटर का इतिहास)

History of computer in hindi



नमस्कार दोस्तों,स्वागत है आपका हमारे blog पे, फ्रेंड्स आज के इस post में hum बात करने वाले है की "History of computer (कंप्यूटर का इतिहास भारत )" के बारे में, दोस्तों ,कंप्यूटर तो हम सभी उपयोग करते है लेकिन की अपने सोचा है की कंप्यूटर का अविष्कार कब किया  गया और कंप्यूटर बनने के पीछे का क्या कारण था।

मानव के लिए बिना किसी मशीन के Calculation करना शुरू से ही कठिन काम था मानव सिर्फ एक लिमिटेड  स्तर तक calculation कर सकता है. जयदा बड़ी कैलकुलेशन करने के लिए मानव को मशीन की जरुरत पड़ी जिसकी वजह से Computer का अविष्कार किया गया।

और आज हम लोग कंप्यूटर का उपयोग software बनाने में,game खेलने में, गाने सुनने में,video play करने के लिया और भी बहुत सी कैलकुलेशन के लिए करते है.हम सोच सकते है की आज computer हमारे लिए कितना Important हो गया है आज की सदी में बिना computer के हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है ।


कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है जो डेटा लेता है और उस पर प्रक्रिया (processing) करके एक अर्थ पूर्ण  परिणाम देता है। कंप्यूटर को हिंदी भाषा में अभिकल यंत्र कहते है, इसकेअन्य नाम  संगणक व परिकलक हैं।

कम्प्यूटर दिए गये गणितीय तथा तार्किक संक्रियाओं ( logical data ) को क्रम से स्वचालित रूप से करने में पुर्णतः सक्षम है ,और ये कैलकुलेशन  कम्प्यूटर बिना किसी त्रुटि के पुर्णतः सही प्रदान करता है वो भी एक ही पल में (in a single second).

Computer का Full Form:


C: Common
O: Operating
M: Machine
P: Particularly
U: Used in
T: Technology
E: Education and
R: Research.

History of Computer: Data processing  

डाटा प्रोसेसिंग तीन चरणों में पूर्ण होती है – Input, Processing, and Output 

कम्प्यूटर जो डेटा लेता है उसे हम input data बोलते है और इस डेटा पे प्रोसेसिंग (Processing) कर के जो परिणाम वापस देता है उसे output data बोलतेहै। कंप्यूटर आंतरिक और बाह्य दोनों प्रकार केडेटा को ट्रांसफर कर सकता  है, इसका मतलब है कि कम्प्यूटर में डेटा एक हिस्से से कम्प्यूटर के अन्य हिस्से के में प्रवाहित हो सकता है।

History of Computer : Types of computers 

कंप्यूटर मुख्यतः चार प्रकार के होते है?

1.सुपर कंप्यूटर (Super Computer)
2.मेनफ़्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
3.मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)
4.माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer )

कंप्यूटर की विशेषता (Characteristic of computer)

Speed (गति) :

कम्प्यूटर बहुत तेज गति से गणनाएँ करता है एक माइक्रो कम्प्यूटर मिलियन गणना प्रति सेकंड में  करता है।  कंप्यूटर डेटा की बहुत बड़ी मात्रा की गणना करने के लिए केवल कुछ ही सेकंड लेता है अतः हम कह सकते है की लाख निर्देशों को एक सेकंड में ही संसाधित किया जा सकता है ।

Accuracy(शुद्धता):

जैसा की हम सभी जानते है की कंप्यूटर काफी तेज काम करता है लेकिन कंप्यूटर के द्वारा किये गए काम पर कभी सक नहीं किया जा सकता । हम जैसा इनपुट देते है हमको वैसा ही आउटपुट मिलता है, अगर आपको मिले आउटपुट में कुछ आउटपुट सही नहीं आता है तो इसको कंप्यूटर की भाषा में Garbage output कहा जाता है ।

Diligence (परिश्रमशीलता):

परिश्रमशीलता का अर्थ है कि बिना किसी रूकावट के कार्य करना । मानव जीवन थकान ,कमजोरी,सकेन्द्रण का आभाव आदि से पिडित रहता है। एक मशीन होने के नाते एक कंप्यूटर थकान,  एकाग्रता की कमी और बोरियत से मुक्त होता है ।

No I.Q:

कंप्यूटर के पास अपना कोई भी Mind नहीं है सिर्फ हम समझने के लिए CPU को कंप्यूटर का दिमाक कहते है लेकिन यह एक मशीन है | यह बिना आपके आदेश दिए कोई भी काम अपने आप से नहीं कर सकता है । कंप्यूटर में जितने भी काम होते है वो एक मानव के द्वारा निर्धारित किये जाते है ।

Permanent storage of data:

कम्प्यूटर के पास उच्च कोटि कि संग्रह क्षमता होती है। वह अपने अंदर डेटा को संग्रहित कर सकता है, और इस संग्रहण को internal storage बोलते है। कंप्यूटर की power off करने के बाद भी हमारे कंप्यूटर का ये डाटा डिलीट नहीं होता है | यहाँ पे मई कुछ ऐसे permanent storage devices के बारे में बता रहा हूँ जिनको अगर आप एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में भी लगाते है तब भी आपका डाटा सुरक्षित रहेगा ।

Examples of permanent storage devices
Blu-Ray disc
CD-ROM disc
CD-R and CD-RW disc
DVD-R, DVD+R, DVD-RW, and DVD+RW disc
Floppy diskette
Hard drive
Jump drive or flash drive
Memory card
Memory stick
SSD (Solid-State Drive)



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